Author

Chandrakant Khot

1 Books

"मूल लेखक चन्द्रकान्त खोत - जन्म: 7 सितम्बर, 1940 । चन्द्रकान्त खोत मराठी के वरिष्ठ एवं चिर-परिचित साहित्यकार, सफल सम्पादक के साथ ही एक हस्ती एवं अवलिया व्यक्तित्व के धनी भी थे। मुम्बई विश्वविद्यालय से मराठी और संस्कृत साहित्य से एम.ए. करने के बाद प्रवाह से हटकर पठन-पाठन करते हुए मराठी लिटिल मॅगझिन आन्दोलन में कई वर्षों तक सक्रिय रूप से सहभागिता करते रहे। किताबी पात्रों एवं अपने मन से सतत मानसिक संघर्ष करते हुए किसी भी विषय पर लेखन एवं शब्द से उन्हें परहेज़ नहीं रहा। उनके लेखन में गहन शोध, चिन्तन-मनन, तात्विक भाव एवं वैज्ञानिक आधार का समावेश है। कविता, कहानी, अध्यात्म, बाल साहित्य, उपन्यास इत्यादि विधाओं में लेखन। फ्रेम से हटकर लेखन के कारण अस्सी-नब्बे के दशक में ख़ासे चर्चित रहे। मराठी नाट्य एवं सिने जगत में भी बतौर गीतकार एवं सहायक निर्देशक हाथ आज़माया। जीवन के अन्तिम पड़ाव में आध्यात्मिक लेखन करते हुए क्रान्तिकारी सृजन किया। वृद्धावस्था में नियति से संघर्ष करते हुए साईबाबा के मन्दिर में विपन्नावस्था में फ़कीरी जीवन गुज़र-बसर करने को मज़बूर रहे। प्रकाशित कृतियाँ : मर्तिक, अपभ्रंश (कविता संग्रह), दुरेघी (लघु उपन्यास चिचुंद्री और मेंढीकोट का समन्वय), उभयान्वयी अव्यय, बिनधास्त, विषयान्तर, चनिया मनिया बोर, अंकाक्षर ज्ञान; बिम्ब प्रतिबिम्ब, दोन डोळे शेजारी, संन्याशाची सावली, अलख निरंजन, अनाथांचा नाथ, सत्याचे प्रयोग, हम गया नहीं ज़िन्दा है, गण गणात बोते, मेरा नाम है शंकर (उपन्यास); निवडक अबकडई (लेख संग्रह) आदि। 'अबकडई' के दीपावली विशेषांक का 21 वर्षों तक लगातार सम्पादन। 'करून-करून भागलो...' शीर्षक से अपनी जीवनी लिखने की उनकी मंशा अधूरी रह गयी। सम्मान : भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार, केसरी मराठा संस्था द्वारा गुण गौरव और पुरस्कार, सिद्धी विनायक मन्दिर ट्रस्ट, दादा गावकर सामाजिक प्रतिष्ठान, महाराष्ट्र मंडळ, मुलुंड, एकता कल्चरल अकादमी द्वारा सम्मानित-पुरस्कृत। देहान्त: 10 दिसम्बर, 2014, मुम्बई।

Copyright © 2025 Vani Prakashan Books. All Rights Reserved.

Design & Developed by: https://octagontechs.com/