
Galina Nikolayeva
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गालिना निकोलायेवा - पूर्व सोवियत संघ में समाजवादी यथार्थवाद की सबसे शक्तिशाली लेखिका गालिना एबजेनिएब्ना निकोलायेवा (1911-1965) का जीवन समाजवादी रूस के निर्माण के साथ गहराई से जुड़ा हुआ था। उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा सामूहिक खेती का प्रयोग कर रहे एक गाँव में गुज़रा था इसलिए इन गाँवों के लोगों की जीवन शैली का चाक्षुष और आत्मीय वर्णन इनके लेखन में मिलता है। गालिना का पहला कविता संग्रह आग से गुज़रते हुए 1946 में प्रकाशित हुआ था। पार्टी के निर्देश पर वे गद्य लेखन की ओर मुड़ीं और उनका पहला उपन्यास फसल 1950 में प्रकाशित हुआ। इसे अगले ही साल साहित्य के स्टालिन पुरस्कार से नवाजा गया। उनके एक अन्य उपन्यास का नाट्य रूपान्तर बरसों तक मॉस्को तथा अन्य शहरों में मंचित होता रहा। गालिना के लेखन में सम्बन्धों और भावनाओं के तीव्र रूप प्रगट हुए हैं, इसलिए भी वह समाजवादी यथार्थवाद की नीरसता से मुक्त तथा अत्यन्त पठनीय है।