आखिर क्या हुआ! - लोकनाथ यशवंत की कविता ईसा मसीह को कीलें ठोंकने वाली हिंसा सत्ता से दूर है। यूँ देखा जाये तो प्रत्येक जनकवि, कलाकार हमेशा सरकारी सत्ता, दमनसत्ता के विरोध में ही रहता है। अच्छे लोककवि की प्रमुख विशेषता यह होती है कि वह हमेशा जनता का पक्षधर होता है और प्रस्थापितों का विरोध करता है। वामपंथी विचार उसके काव्य की प्रमुख विशेषता होती है। ताकत होती है। लोकनाथ यशवंत की कविता सामान्यजन की कविता है। कवि नग्न व्यवस्था का आईना सहजता तथा स्पष्टता से बतला देता है और इसीलिए उनकी कविता सभी शोषितों की कविता बन जाती है...। - बाबुराव बागूल अन्तिम पृष्ठ आवरण - तेज़ तर्रार नज़रों का एक गिद्ध चक्कर लगाकर चला गया... और मौत के अहसास से हराभरा खेत लोहे का हो गया। खेतों ने मिट्टी को नकारा रबड़ की गाँव भूमि पत्थर हो गयी... माँ की नज़र से व्यवहार बोलने लगा जब एक गिद्ध अपनी नज़र से गाँव को देखकर चला गया। यहाँ के पेड़ अब सीमेंट के हो जायेंगे, हमारे होंठ पानी माँगकर सूख जायेंगे। एक बिल्डर इधर आ क्या गया, हमारा रुई जैसा दिल कंकरीट का हो गया।
"लोकनाथ यशवंत -
जन्म : 1956
प्रकाशित कविता संग्रह : आता होऊन जाऊ या! आणि शेवटी काय झाले? (1995), पुन्हा चाल करु या... (2009); बाकी सर्व ठीक आहे... 2014।
अनुवाद : आता होऊन जाऊ था! कविता संग्रह का हिन्दी अनुवाद 'ऐलान', महाराष्ट्र सरकार का हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार; कवि किरण मेश्राम का हिन्दी कविता संग्रह 'हालात अभी काबू में हैं...!' का मराठी अनुवाद 'स्थिति नियंत्रात आहे...!' ओमप्रकाश वाल्मीकि की प्रतिनिधि कविताओं का मराठी अनुवाद 'शब्द कधीही खोटं बोलत नाहीत...'।
सम्पादन : यशवंत कविता लोकनाथची... (समीक्षा) सम्पादन- प्रा. मेघमाला मेश्राम, आता आणि पुन्हा.... लोकनाथ यशवंत कविता (शोधग्रन्थ)- डॉ. इसादास भडके लोकनाथची यशवंत कविता (शोधग्रन्थ)-डॉ. सिद्धोधन।
सिनेमा : 'बैल' कविता पर 'बाईस्कोप' सिनेमा।
नाटक : कविताओं पर आधारित 'दंगल शांततेत पार पडली नाटककार-रमेश थोरात'।
सम्मान : राज्य पुरस्कार, मुक्तिबोध कविता संग्रह पुरस्कार, दमाणी साहित्य पुरस्कार, अस्मितादर्श वाङ्मय पुरस्कार,
पद्मश्री विखे पाटील कविता संग्रह पुरस्कार, दुःखी पुरस्कार।
शिक्षा में : डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय औरंगाबाद, पुणे विश्वविद्यालय पुणे, उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगाँव, कोल्हापुर विश्वविद्यालय कोल्हापुर, विद्यालय रानी अहिल्याबाई होलकर, इन्दौर (मध्य प्रदेश), इन पाँच विश्वविद्यालयों में एम. ए. पाठ्यक्रम के लिए कविता संग्रह; विभिन्न विश्वविद्यालय तथा माध्यमिक, उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रमों में कविताएँ सम्मिलित।
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