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Dharamvir Bharati Ki Sahitya Sadhana

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"धर्मवीर भारती की साहित्य-साधना - हमारे युग के एक मूर्धन्य साहित्यकार धर्मवीर भारती के सृजन पर केन्द्रित यह पुस्तक उनके समग्र कृतित्व का गम्भीर लेखाजोखा प्रस्तुत करती है। दूसरे शब्दों में, यह धर्मवीर भारती के लेखन-कर्म को समझने और परखने की दिशा में एक ज़रूरी और बौद्धिक सहकार है। इसमें वरिष्ठ और युवा हिन्दी लेखकों-आलोचकों द्वारा सम्पूर्ण भारती-साहित्य—कविता, नाटक, कहानी, उपन्यास, निबन्ध, आलोचना आदि के अर्थपूर्ण और विचारोत्तेजक विश्लेषण के साथ ही, भारती जी की अद्वितीय कला-दृष्टि और उसके संश्लिष्ट प्रभावों की सम्प्रेषणीयता का भी सूक्ष्म विवेचन है। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि 'धर्मवीर भारती की साहित्य-साधना' पूर्वाग्रहों और उलझावों से बचते हुए भारती के यशस्वी कृतित्व और उनके पाठकों के बीच सार्थक संवाद-सेतु बनाने की सही समय पर एक महत्त्वपूर्ण कोशिश है। "
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Dharamvir Bharati Ki Sahitya Sadhana
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पुष्पा भारती (Pushpa Bharati )

"पुष्पा भारती - 11 जून, 1935 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में जन्म। 1955 में प्रयाग विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम.ए.। शोधकार्य बीच में ही छोड़कर 1956 से कलकत्ता विश्वविद्यालय से सम्बद्ध श्रीशिक्षायतन कॉलेज में कुछ वर्षों तक अध्यापन कार्य। प्रकाशित पुस्तकें: 'रोमांचक सत्यकथाएँ' (दो भागों में), 'शुभागता', 'प्रेम पियाला जिन पिया', 'रोचक राजनीति', 'ढाई आखर प्रेम के', 'सरस संवाद', 'सफ़र सुहाने', 'अमिताभ आख्यान' आदि पुस्तकों के अलावा लगभग बीस पुस्तकों का सम्पादन, जिनमें प्रमुख हैं—'आधुनिक साहित्य बोध', 'हिन्दी के तीन उपन्यास', 'कुछ लम्बी कविताएँ', 'आद्यन्त', 'अक्षर अक्षर यज्ञ', 'धर्मवीर भारती से साक्षात्कार', 'मेरी वाणी ग़ैरिक वसना', 'साँस की क़लम से' और ‘धर्मवीर भारती की साहित्य साधना'। पुरस्कार/सम्मान: रा. पा. पुरस्कार (मीडिया का सर्वाधिक सम्मानित पुरस्कार), भारती गौरव (भारती पुरस्कार परिषद्), स्वजन साहित्य सम्मान, सारस्वत सम्मान (आशीर्वाद संस्थान), उत्तर साहित्य श्री सम्मान, महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी सम्मान, हिन्दी सेवा सम्मान (मालवा मंच, उज्जैन), चराग़ै-दैर (ग़ालिब अकादमी, बनारस)। "

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