Publisher:
Vani Prakashan

ग्लोबल समय में कविता

In stock
Only %1 left
SKU
9789350726693
Rating:
0%
As low as ₹316.00 Regular Price ₹395.00
Save 20%

इस ग्लोबल समय में कविता बहुत बदल गयी है, हमारा समाज भी बदल गया है। बदलाव की यह गति इतनी तेज है कि इस पर उँगली रखना मुश्किल है। इस तेजी से भागते समय में कविता एक ही साथ जैसे बहुत सारे कालखंडों में और अलग-अलग भू-दृश्यों में जीने-साँस लेने लगी है। यह कविता एक साथ बहुत सारे पाठों को आमन्त्रित करती है। तेजी से बदलते हुए समय पर भी इसकी आँख है और न बदलने को तैयार, ठहरी हुई दुनिया पर भी। इन दोनों सिरों को कई बार वह एक साथ समेटने का जतन भी करती है। इस कविता को पढ़ने के लिए बहुत संवेदनशील और चौकन्नी नजर चाहिए - उसकी सीमाओं को पहचानने के लिए भी। यह किताब ‘ग्लोबल समय में कविता’ यही काम करती है। वह कवि और पाठक के बीच का फासला घटाती है और वह पुल बनाती है जिसके माध्यम से रचना के मूल तन्तुओं तक पहुँचना आसान होता है। समकालीन हिन्दी कविता की महत्त्वपूर्ण कृतियों पर केन्द्रित इस किताब के आलेख काव्यालोचना की पुरानी रूढ़ियों से दूर, अपने आत्मीय, तरल और पारदर्शी गद्य के साथ एक ऐसा पाठ बनाते हैं जिसे पढ़ते हुए पाठक को कविता पढ़ने का सा सुख मिल सकता है।

ISBN
9789350726693
Publisher:
Vani Prakashan
More Information
Publication Vani Prakashan
प्रियदर्शन (Priyadarshan)

प्रियदर्शन

प्रियदर्शन का जन्म 24 जून, 1968 को राँची में हुआ। आपने अॅंग्रेज़ी में राँची विश्वविद्यालय से एम.ए. की पढ़ाई करने के बाद उसी शहर से पत्रकारिता की शुरुआत की।

आपकी प्रकाशित पुस्तकें हैं : ‘ज़िन्दगी लाइव’ (उपन्यास); ‘बारिश, धुआँ और दोस्त’, ‘उसके हिस्से का जादू’ (कहानी-संग्रह); ‘नष्ट कुछ भी नहीं होता’ (कविता-संग्रह) सहित नौ किताबें प्रकाशित। कविता-संग्रह मराठी में और उपन्यास अंग्रेज़ी में अनूदित। सलमान रुश्दी और अरुंधति‍ रॉय की कृतियों सहित सात किताबों का अनुवाद और तीन किताबों का सम्पादन। विविध राजनैतिक-सामाजिक-सांस्कृतिक विषयों पर तीन दशक से नियमित विविधतापूर्ण लेखन और हिन्दी की सभी महत्त्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन।

सम्मान : कहानी के लिए पहला 'स्पन्दन सम्मान'।

Write Your Own Review
You're reviewing:ग्लोबल समय में कविता
Your Rating
कॉपीराइट © 2025 वाणी प्रकाशन पुस्तकें। सर्वाधिकार सुरक्षित।

डिज़ाइन और विकास: Octagon Technologies LLP