Publisher:
Bharatiya Jnanpith

Samkaleen Gujrati Kahaniyan

In stock
Only %1 left
SKU
Samkaleen Gujrati Kahaniyan
Rating:
0%
As low as ₹160.00 Regular Price ₹200.00
Save 20%
"समकालीन गुजराती कहानियाँ - यह कथा-संचयन इस प्रयास के साथ सुसम्पादित किया गया है कि हिन्दी के पाठकों के समक्ष गुजराती कहानी का वर्तमान स्वरूप स्पष्ट व गोचर हो सके। स्वरूप की दृष्टि से देखें तो ये कहानियाँ कथावस्तु को अधिक से अधिक अनुभूतिजन्य रूप में कलात्मक ढंग से प्रकट करने के लिए नये-नये रूप धारण करती हैं। विषयवस्तु की दृष्टि से भी गुजराती कहानीकार का अनुभव विश्वव्यापक हुआ है। जीवन के अनेक जाने-अनजाने कोनों तक यह कहानीकार गया है। समाज के विभिन्न स्तर, निजी व्यक्तित्व रखनेवाले पात्र और किसिम-किसिम की भाव-स्थितियों और उसके अनुरूप ही नहीं, बल्कि सशक्त और सरल रूप से व्यक्त कर सके, ऐसी भाषा की अभिव्यक्ति हासिल करने के लिए आज का कहानीकार जैसे सजग रूप से औज़ार लेकर कहानियाँ लिखने बैठा है। इन कहानियों ने न तो समाज को हाशिए पर धकेला है न ही स्वरूप के प्रति अभिज्ञता गँवायी है। आज का सर्जक अनुभव के केन्द्र में ही घिरा हुआ नहीं है, उसकी परिधि के तरफ़ भी गति के दौरान अनेक त्रिज्याओं द्वारा निजी लय और आकृतियाँ प्रकट कर रहा है। इन कहानियों में स्पष्ट परिलक्षित होता है कि पात्रों के मनोजगत के साथ-साथ विधि-विधान और समग्र परिवेश का जीवन्त आलेखन वर्णन मात्र न रहकर कहानी को निरन्तर गति देने में और चरित्रों को समुचित रूप से उजागर करने में सहायक बन पड़े हैं। कुछ पात्र तो चरित्र की कक्षा तक ही न रहकर संवेदना से युक्त, चुनौतीपूर्ण और रोचक भी हो उठे हैं। भाषा तर्ज़ुमेदार वाक्य संरचनाओं से बाहर निकलकर गुजराती भाषा की तासीर प्रकट कर सके, ऐसी देह धारण कर सकी है। समग्र रूप से देखें तो गुजराती कहानी के पिछले तीन दशकों से चुनी हुई इन कहानियों में गुजराती समाज का चित्रण है। ये कहानियाँ अधिक कलात्मक और अन्य भाषाओं की तुलना में सर उठाकर सीना तान कर खड़ी रह सकें, ऐसी सक्षम सिद्ध हुई हैं। "
ISBN
Samkaleen Gujrati Kahaniyan
Publisher:
Bharatiya Jnanpith
More Information
Publication Bharatiya Jnanpith
मीनाक्षी जोशी (Meenakshi Joshi)

मीनाक्षी जोशी जन्म : 2 जुलाई, 1956 शिक्षा : एम.ए., एम.फिल., पीएच.डी.। कार्य : अध्यक्ष—हिन्दी विभाग, जे.एम. पटेल कॉलेज, भंडारा (महाराष्ट्र)। सदस्य : 1. भारतीय हिन्दी परिषद्, इलाहाबाद; 2. हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग; 3. महाराष्ट्र हिन्दी परिषद्, कोल्हापुर; 4. भारतीय युवा संस्कार परिषद्, (विदर्भ); 5. हिन्दी प्राध्यापक परिषद्, नागपुर; विद्यापीठ, नागपुर, 6. संयोजक-गुजराती भाषा परामर्श समिति, ‘वात्सल्य’, नई दिल्ली। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में 100 से अधिक कविताएँ, आलेख, व्यंग्य रचनाएँ प्रकाशित; आकाशवाणी नागपुर से वार्ता एवं कविता प्रसारित; आकाशवाणी पुणे से कविता प्रसारित; जम्मू दूरदर्शन से कविता प्रसारण; राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित अनेक हिन्दी अधिवेशनों एवं संगोष्ठियों में सहभाग एवं आलेख की प्रस्तुति; लन्दन में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन में आलेख प्रस्तुति एवं काव्य-पाठ। अनुवाद (गुजराती से हिन्दी)—‘हंस’, ‘वागर्थ’, ‘अक्षरा’, ‘साक्षात्कार’ में कहानियाँ। ‘कापालिक कथा’ पुस्तक धारावाहिक ‘दैनिक भास्कर’, नागपुर से प्रकाशित। ‘नया ज्ञानोदय’, भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली से चार कहानियाँ प्रकाशित। ‘समकालीन भारतीय साहित्य’, साहित्य अकादेमी, दिल्ली से कहानी एवं लेख प्रकाशित। पुरस्कार : केन्द्रीय साहित्य अकादेमी, नागपुर द्वारा ‘भीम आर्य पुरस्कार’; अनुभव शिक्षा केन्द्र, चन्द्रपुर द्वारा ‘विशेष ज्यूरी पुरस्कार’; भारतीय युवा संस्कार परिषद् द्वारा ‘विदर्भ युवा गौरव पुरस्कार’; मध्य प्रदेश साहित्य सम्मेलन द्वारा ‘साहित्य सागर’ उपाधि से सम्मानित; मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा ‘सृजन सम्मान’ आदि।

Write Your Own Review
You're reviewing:Samkaleen Gujrati Kahaniyan
Your Rating
कॉपीराइट © 2025 वाणी प्रकाशन पुस्तकें। सर्वाधिकार सुरक्षित।

डिज़ाइन और विकास: Octagon Technologies LLP