Chandramukhi
चन्द्रमुखी-
विश्वास पाटील आधुनिक मराठी के अग्रणी लेखकों में से एक हैं। अपने सामाजिक तथा ऐतिहासिक उपन्यासों के कारण न सिर्फ़ मराठी साहित्य जगत में विख्यात हैं बल्कि हिन्दी, गुजराती और कन्नड़ के साहित्यप्रेमियों के बीच भी लोकप्रिय हैं।
विश्लेषणपरक इतिहासबोध और संवेदनात्मक सामाजिक सरोकारों के कारण उनकी कृतियाँ एक विशेष कालखण्ड के आरोह-अवरोहों से गुज़रती हुई समय और समाज की वस्तु और जीवन-सत्य से हमें रूबरू कराती हैं।
प्रस्तुत उपन्यास 'चन्द्रमुखी' में लोकमंच की एक नृत्यांगना चन्द्रमुखी की जीवन यात्रा के संघर्षों और द्वन्द्वों का चित्रण है। कथाकार ने इसके माध्यम से लोकमंच से जुड़े कलाकारों के जीवन और जगत को इस तरह प्रस्तुत किया है कि सहृदय पाठक उनके सुख-दुःख से अपने को तटस्थ नहीं रख पाता। आचरण से भ्रष्ट एवं पाखण्डी लोगों से क़दम-क़दम पर उलझते हुए भी चन्द्रमुखी अपने चरित्र पर आँच नहीं आने देती और अपने 'स्त्रीत्व' की गरिमा बनाये रखती है। विश्वास पाटील की औपन्यासिक कला की परख भी यहीं हुई है।
विश्वास पाटील के दो बहुचर्चित उपन्यास 'महानायक' और 'पानीपत' के बाद 'चन्द्रमुखी' को प्रकाशित करते हुए भारतीय ज्ञानपीठ प्रसन्नता का अनुभव करता है। आशा है, हिन्दी के सहृदय पाठकों द्वारा यह कृति भी भरपूर सराही जायेगी।