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Dhoodhnath Singh

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"दूधनाथ सिंह - जन्म : १७ अक्टूबर, सन् १९३६ ई.। उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक छोटे-से गाँव सोबन्था में। शिक्षा : एम.ए. (हिन्दी साहित्य) इलाहाबाद विश्वविद्यालय। जीविका :कुछ दिनों ( १९६०-६२ तक) कलकत्ता में अध्यापन। फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय, हिन्दी-विभाग में। अब सेवानिवृत्त। लेखन : सन् १९६० के आस पास से। किताबें : १. सपाट चेहरे वाला आदमी, २. सुखान्त, ३.प्रेमकथा का अन्त न कोई, ४. माई का शोकगीत, ५. धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे (कहानीसंग्रह), ६. नमो अंधकारम् (लम्बी कहानी (आख्यान)), ७. यमगाथा (नाटक), ८. अपनी शताब्दी के नाम, ९. एक और भी आदमी है (कविता-संग्रह), १०. सुरंग से लौटते हुए (लम्बी कविता), ११. निराला : आत्महन्ता आस्था (निराला की कविताओं पर एक सम्पूर्ण किताब), १२. लौट आ, ओ धार! (संस्मरण), १३. पक्षधर (एक पत्रिका का एक ही अंक। (आपात्काल में ज़प्त)। इसके अलावा बहुत-कुछ आलस्य अस्वास्थ्य और पुनर्विचार के कारण स्थगित, अतः अप्रकाशित। आलोचनात्मक लेख, साक्षात्कार, कविताएँ, कहानियाँ, गप्प, संस्मरण, और डायरियाँ। मुक्तिबोध, ग़ालिब और कबीर पर कच्ची की हुई पुस्तकें। एक नाटक तथा दो उपन्यास। "

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