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Ravi Ranjan

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रवि रंजन - 
जन्म : 1962, मुज़फ़्फ़रपुर। 
शिक्षा : बिहार विश्वविद्यालय, मुज़फ़्फ़रपुर से हिन्दी में एम.ए., हैदराबाद विश्वविद्यालय से एम.फिल. और पीएच.डी. अल्पकाल के लिए। उस्मानिया विश्वविद्यालय से सम्बद्ध। हिन्दी महाविद्यालय स्नातकोत्तर केन्द्र में अध्यापन। 1995 से हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय में हिन्दी के व्याख्याता, यहीं 1998 से रीडर तथा 2006 से प्रोफ़ेसर। 2005 से 2008 तक 'भारत अध्ययन केन्द्र', पेकिंग विश्वविद्यालय, बीजिंग में विज़िटिंग प्रोफेसर।

प्रकाशित पुस्तकें : नवगीत का विकास और राजेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रगतिवादी कविता में वस्तु और रूप, सृजन और समीक्षा विविध आयाम, लोकप्रिय कविता का समाजशास्त्र अनमिल आखर (आलोचनात्मक निबन्ध संग्रह), भक्तिकाव्य का समाजशास्त्र और पद्मावत। विभिन्न साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में सौ से अधिक आलेख प्रकाशित।

सम्मान: 'सर्वश्रेष्ठ हिन्दी वक्ता' के रूप में 'डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्वर्णपदक' से सम्मानित।

 

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