Band Gali Ka Aakhiri Makaan

In stock
Only %1 left
SKU
9789355189486
Rating:
0%
As low as ₹375.25 Regular Price ₹395.00
Save 5%

बन्द गली का आख़िरी मकान

"यह भी बहुत दिलचस्प ढंग है। वर्षों तक साहित्य में कहानी, नयी कहानी, साठोत्तरी कहानी, अकहानी आदि-आदि को लेकर बहस चलती रहे। लिखनेवाला चुप रहे। वर्षों तक चुप रहे और फिर चुपके से एक कहानी लिखकर प्रकाशित करा दे, और वही उसका घोषणा पत्र हो, गोया उसने सारे वाद-विवाद के बीच एक रचनात्मक कीर्तिमान स्थापित कर दिया हो, कि देखो यह है कहानी!" बन्द गली का आख़िरी मकान प्रकाशित होने पर जो तमाम पत्र लेखक को मिले उनमें से एक पत्र का यह अंश भारती की कथा-यात्रा की दिलचस्प झलक पेश करता है। भारती ने वर्षों के अन्तराल पर इस संकलन की कहानियाँ लिखीं लेकिन हर कहानी अपनी जगह पर मुकम्मिल एक 'क्लासिक' बनती गयी।

ये कहानियाँ आप केवल पढ़कर पूरी नहीं करते, ये कहानियाँ कहीं बहुत गहरे पैठकर आपकी जीवन-दृष्टि को पूरी और गहरी बना जाती हैं। इनमें कुछ ऐसा है जो आप पढ़ने के बाद ही जान पाएँगे। प्रस्तुत है इस कृति का नवीन संस्करण ।

ISBN
9789355189486
sfasdfsdfadsdsf
Write Your Own Review
You're reviewing:Band Gali Ka Aakhiri Makaan
Your Rating
Copyright © 2025 Vani Prakashan Books. All Rights Reserved.

Design & Developed by: https://octagontechs.com/