Half Set Chay Aur Kuchh Youn Hi
In stock
Only %1 left
SKU
9789388434133
As low as
₹237.50
Regular Price
₹250.00
Save 5%
प्रकाश अत्यन्त प्रतिभाशाली कवि और आलोचक थे जिनका दुर्भाग्य से 2016 में दुखद देहावसान हो गया। वे एक भाषा-सजग शिल्प-निपुण कवि और सजग-संवेदनशील आलोचक थे। रज़ा फ़ाउण्डेशन ने उनकी स्मृति में ‘प्रकाश-वृत्ति' स्थापित करने का निश्चय किया जिसके अन्तर्गत सुपात्र और सम्भावनाशील युवा कवियों और आलोचकों की पहली पुस्तकें प्रकाशित करने की योजना है। यह पुस्तक इसी वृत्ति के अन्तर्गत प्रकाशित अनौपचारिक गद्य की है। हिन्दी में औपचारिकता का ऐसा वर्चस्व सा है कि अनौपचारिक अक्सर जगह नहीं पाता। सदन झा का गद्य यहाँ से वहाँ सहज भाव से जाने की विधा है। हमें यह पुस्तक प्रस्तुत करते हुए प्रसन्नता है। -अशोक वाजपेयी
ISBN
9789388434133