Mahatma Gandhi ( Jeevan Katha )
महात्मा गाँधी -
मोहनदास करमचन्द गाँधी विश्व के ऐसे महान मार्गदर्शक प्रेरणा पुरुष और अग्रणी व्यक्तित्व रहे हैं जो हर प्रकार की तुलना से ऊपर हैं। उनके सत्य, अहिंसा जैसे सिद्धान्त सदैव ही मनुष्यता को मार्ग दिखाते रहेंगे। उनके लिए गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने महात्मा जैसी संज्ञा का प्रयोग किया और वे विश्वभर के लिए महात्मा बन गये। उन्होंने जीवन भर सादगी को अपनाया। अनेक सन्दर्भों में सत्याग्रह किया और विदेशी शासन को परास्त करने का पराक्रम किया। गाँधीजी की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि उन्होंने देश को बिना किसी ख़ूनी संघर्ष के आज़ाद कराया और आज़ादी के बाद भी किसी सरकारी पद को स्वीकार नहीं किया अपितु अनेक प्रतिभावान अनुयायियों को जिनमें सरदार पटेल, पंडित नेहरू, जयप्रकाश नारायण आदि-आदि को आगे बढ़ाया तथा उनका मार्गदर्शन करते रहे। इस सन्दर्भ में गाँधीजी सदैव बेमिसाल बने रहे और आज भी करोड़ों देशवासियों के लिए प्रेरणापुंज के तौर पर मार्गदर्शन का काम कर रहे हैं।
इस पुस्तक में डॉ. प्रभाकिरण जैन ने गाँधीजी के विराट व्यक्तित्व को बड़ी सहज सरल भाषा में व्यक्त करके, नयी पीढ़ी के लिए गाँधीजी के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को रेखांकित करने का महत्त्वपूर्ण कार्य किया है।