Mrityunjaya (Bharatiya Jnanpith)
शिवाजी सावन्त -
पूरा नाम: शिवाजी गोविन्दराव सावन्त।
जन्म: 31 अगस्त, 1940 को आजरा, ज़िला कोल्हापुर (महाराष्ट्र) में।
लेखन: प्रारम्भ कविता से, किन्तु परिणति गद्य लेखन में वर्षों के चिन्तन-मनन के उपरान्त 27 वर्ष की अवस्था में ही प्रथम मराठी उपन्यास 'मृत्युंजय का प्रकाशन। यह उपन्यास उनकी लोकप्रियता का प्रतिमान बना। इसका अनुवाद अंग्रेज़ी एवं हिन्दी, गुजराती, राजस्थानी, कन्नड़, तेलुगु, मलयालम, बांग्ला आदि अनेक भाषाओं में हो चुका है। 'छावा' (मूल मराठी में, 1989) के अतिरिक्त 'मृत्युंजय' और 'छावा' की कथावस्तु को ही लेकर दो नाटकों की रचना।
अन्य उल्लेखनीय कृतियाँ: 'लढत' (जीवनी), 'शेलका साज' (ललित निबन्ध), 'अशी मने असे नमुने, 'मोरावळा' (रेखा-चित्र)। अभी हाल में युगपुरुष श्रीकृष्ण के जीवन पर केन्द्रित उनका एक बृहत् उपन्यास ' युगन्धर' प्रकाशित है।
उनके उपन्यास 'मृत्युंजय', 'छावा', 'युगन्धर' और नाटक 'संघर्ष' के हिन्दी अनुवाद भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित हैं।
गुजरात राज्य सरकार का 'साहित्य अकादेमी पुरस्कार' (1982), भारतीय ज्ञानपीठ का 'मूर्तिदेवी पुरस्कार' (1995), 'आचार्य अत्रे प्रतिष्ठान पुरस्कार', पुणे (1999) सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित।
18 सितम्बर 2002 को मडगाँव (गोवा) में देहावसान।