Ram Darash Mishr Ki Srijan Yatra
रामदरश मिश्र की सृजन-यात्रा -
'रामदरश मिश्र की सृजन-यात्रा' के लेखक डॉ. महावीर सिंह चौहान प्रगतिशील दृष्टि के प्रखर समीक्षक हैं। इनकी प्रगतिशील दृष्टि किसी भी रचना के केन्द्र में स्थित मानवीय या अमानवीय सरोकारों को बहुत गहराई से पहचान लेती है और उसके आस-पास बुने गये संवेदनालोक तथा संरचना का प्रभावशाली आकलन करती है। उनकी प्रगतिशीलता गहरी साहित्यिक समझ से अनुशासित है। रामदरश मिश्र उनके प्रिय लेखकों में से है क्योंकि उनके साहित्य में वे बुनियादी तौर पर प्रगतिशील मानवीय दृष्टि की उपस्थिति तो पाते ही हैं, लोक जीवन के विस्तार और घनत्व में निर्मित संवेदना का वैविध्य और गहनता भी पाते हैं, साथ ही उन्हें उनकी संरचना में अद्भुत सहजता और खुलापन दिखाई पड़ता है। ईमानदार और समझदार समीक्षक जहाँ अपनी पसन्द का रचनाकार पा लेता है, वहाँ उसकी समीक्षा में गहरी प्रभविष्णुता आ जाती है, प्रस्तुत कृति इसका उदाहरण है। रामदरश मिश्र ने कई विधाओं में मूल्यवान लेखन किया है। डॉ. महावीर सिंह चौहान ने इस पुस्तक में उनकी बहुआयामी सृजन-यात्रा की बड़े मन से यात्रा की है। उनकी सारी रचनाओं से अपने-अपने रंग की पहचान करते हुए, उनकी मूलभूत चेतना और दृष्टि से एक लय का सन्धान किया है।