Shree Ram
श्रीराम -
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, दशरथ के राम, कौशल्या के राम, सीता के राम, लक्ष्मण के राम, भरत के राम, शबरी के राम, केवट के राम, हनुमान के राम, तुलसी के राम, वाल्मीकि के राम, जन-जन के राम, कण- कण के राम, जग उद्धारक राम, प्रजापालक राम, विष्णु के अवतार राम, अच्छाई के प्रकाशक राम, बुराई पर विजय प्राप्त करने वाले राम...और भी कितने रूप हैं राम के, सबको लिखना वास्तव में कठिन है।
आखिर कौन थे राम? भारतवर्ष में हमेशा से महापुरुष हुए हैं। उन्हीं महापुरुषों में एक थे-श्रीराम। सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि ने उनके बारे में लिखा। उनके बाद तुलसीदास ने 'रामचरितमानस' लिखी। तुलसी के बाद कितनी बार कितने रूपों में श्रीराम की कथा लिखी गयी यह बताना कठिन है।
राजा बनने के बाद उन्होंने अपनी प्रजा का हमेशा ध्यान रखा। उनका राज 'राम-राज्य' के रूप में सारे संसार में आज भी जाना जाता है। ऐसे लोकहितकारी राम के बारे में जानने की उत्सुकता सबको रहती है।
लेखिका ने बहुत ही रोचक ढंग से श्रीराम के जीवन को रेखांकित किया है।