Dev-Stuti

As low as ₹300.00
In stock
Only %1 left
SKU
9789387919150

देव स्तुति - 
भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद्भागवतम् या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य वर्ण्य विषय भक्ति योग है, जिसमें कृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इसके अतिरिक्त इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। परम्परागत तौर पर इस पुराण का रचयिता वेद व्यास को माना जाता है।
श्रीमद्भागवत भारतीय वाङ्मय का मुकुटमणि है। भगवान शुकदेव द्वारा महाराज परीक्षित को सुनाया गया भक्तिमार्ग तो मानो सोपान ही है। इसके प्रत्येक श्लोक में श्रीकृष्ण प्रेम की सुगन्धि है। इसमें साधन-ज्ञान, सिद्धज्ञान, साधन-भक्ति, सिद्धा भक्ति, मर्यादा मार्ग, अनुग्रह-मार्ग, द्वैत, अद्वैत समन्वय के साथ प्रेरणादायी विविध उपाख्यानों का अद्भुत संग्रह है।
श्रीमद्भागवत में 18 हज़ार श्लोक, 335 अध्याय तथा 12 स्कन्ध हैं। इसके विभिन्न स्कन्धों में विष्णु के लीलावतारों का वर्णन बड़ी सुकुमार भाषा में किया गया है। परन्तु भगवान कृष्ण की ललित लीलाओं का विशद विवरण प्रस्तुत करनेवाला दशम स्कन्ध श्रीमद्भागवत का हृदय है।
लेखक ने इस पुस्तक में श्रीमद्भागवत पुराण के कुछ मन्त्रों का सहज-सरल हिन्दी में भावार्थ मानव के लाभार्थ प्रस्तुत करने का पुनीत कार्य किया है। इस पुस्तक का निश्चय ही स्वागत किया जाना चाहिए।

Reviews

Write Your Own Review
You're reviewing:Dev-Stuti
Your Rating
Copyright © 2025 Vani Prakashan Books. All Rights Reserved.

Design & Developed by: https://octagontechs.com/