Husnabano Aur Anay Kavitayen
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इक्कम-दुक्कम खेलती हुस्नाबानो सोचती इस गली में अब और नहीं बन सकता कोई घर यदि बनता तो क्या वह हमारा होता? भाई मोहसिन का होता? अम्मी का होता? अब्बा का होता?