Kisne Unka Deep Jalaya

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किसने उनका दीप जलाया - 
'किसने उनका दीप जलाया' संग्रह की कविताएँ हृदय को आन्दोलित करने वाली रसासिक्त मार्मिक मन्थन हैं। सभी कविताएँ अपनी शाब्दिक कमनीयता से पाठकों को प्रणय, करुणा, पीड़ा, प्रतिशोध आदि मनोभावों के साथ-साथ प्रकृति के रंग भरे रम्य उद्यानों से लेकर उसकी विद्रूपता भरी विभीषिकाओं का दर्शन ही नहीं कराती बल्कि अपनी व्यंजनाओं व रूपकों के माध्यम से जीवन की जीवन्तता का सकारात्मक सन्देश भी देती हैं। 
यह कवयित्री की कोमल कल्पनाओं का वह नीड़ है, जहाँ उसके स्वप्न पलते हैं। सृष्टि को सुन्दरतम् अवस्था में देखने का स्वप्न उसे सोने नहीं देता और उसे काव्य सृजन की ओर प्रेरित करता है। ऐसा लगता है कि इन नीड़ों से कवयित्री का गहरा नाता है।
पुस्तक गीतिकाव्य का सुन्दरतम रूप है और पाठकों को इन कविताओं में आँचलिकता के साथ प्रकृति के समीप होने का भी अहसास लगातार होता है।

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