Sher O Sukhan (Volume-5)
शेर-ओ-सुख़न -
'शेर-ओ-सुख़न' के पाँच भागों में प्रारम्भ से 1954 तक की ग़ज़ल का इतिहास, प्रतिष्ठित ग़ज़ल-गो शायरों के परिचय और उनकी श्रेष्ठतम ग़ज़लें संकलित हैं।
पहला भाग
सन् 1900 तक की उर्दू-शायरी का प्रामाणिक इतिहास, विवेचन और इस अवधि के प्रायः सभी ग़ज़ल-गो शायरों की श्रेष्ठ ग़ज़लों का संकलन और परिचय।
दूसरा भाग
उस्ताद शायरों के मशहूर उत्तराधिकारी—आधुनिक लखनवी शायरों का जीवन-परिचय, साहित्यिक विवेचन और उनकी बेहतरीन ग़ज़लों का संग्रह।
तीसरा भाग
देहलवी रंग के प्रतिष्ठित शायरों का परिचय और उनकी श्रेष्ठतम ग़ज़लों का संकलन।
चौथा भाग
मिर्ज़ा 'दाग़' के मुख्य-मुख्य शिष्यों तथा ख्याति प्राप्त बुज़ुर्ग शायरों का जीवन परिचय और उनकी सर्वश्रेष्ठ ग़ज़लें।
पाँचवाँ भाग
प्राचीन और वर्तमान ग़ज़लगोई पर तुलनात्मक अध्ययन के साथ ही गुलो-बुलबुल, साक़ी-ओ-मैख़ाना, हुस्न और इश्क़ तथा अन्य कई विषयों पर चुनिन्दा ग़ज़लों का संग्रह।
उर्दू साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान् श्री अयोध्याप्रसाद गोयलीय द्वारा तैयार किये गये इस अनूठे संग्रह को पढ़ना काव्यप्रेमी पाठकों के लिए निस्सन्देह एक बड़ी उपलब्धि होगी।